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फकीरों से उनकी जात नहीं पूछा करतें हैं

फकीरों से उनकी जात नहीं पूछा करतें हैं || 

दुनियाँ में लोग खुशियां खोजा करते हैं | 
फ़क़ीर अपने आप मैं डुबा करतें हैं || 
तुलसी से उनके राम नहीं पूछा करतें हैं | 
फकीरों से उनकी जात नहीं पूछा करतें हैं || 

लोग अपने आप पे बड़ा गुमान किया करतें हैं | 
फ़क़ीर सब कुछ लुटाकर बैठा करतें हैं || 
कबीर से उनका काम नहीं पूछा करतें हैं | 
फकीरों से उनकी जात नहीं पूछा करतें हैं |

मूर्ख "तुम्हें पता हैं मैं कौन हूँ " कहाँ करतें हैं | 
फ़क़ीर "बुल्ला की जाने मैं कौन " कहाँ करतें हैं || 
बुल्ला  से उनके यार नहीं पूछा करतें हैं | 
फकीरों से उनकी जात नहीं पूछा करतें हैं || 

धमकी "फलानो को लेके आएंगे " की दिया करतें हैं | 
फकीरों को डराया मत करो, वो अपनी भी परवाह नहीं किया करतें हैं || 
कृष्ण से उनकी सेना नहीं पूछा करतें हैं | 
फकीरों से उनकी जात नहीं पूछा करतें हैं || 

धर्म और ज्ञान को लेकर हम लड़ा करतें हैं | 
फ़क़ीर तो अपना सर कटाकर बैठा करतें हैं || 
मीराँ से उनकी प्रेम नहीं पूछा करतें हैं | 
फकीरों से उनकी जात नहीं पूछा करतें हैं || 






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