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नमस्ते,

आप कैसे हैं?

रुकिए ! जरा आराम से, सोच के जवाब दो।  कोई जल्दी नहीं हैं। जरा अपने आप को देखो और अपने आस पास देखो, सब सही चल रहा हैं। 

अगर सब ठीक हैं तो कृपया अपना समय बर्बाद मत करो, यह लेख आप के लिए नहीं हैं। जो कर रहें हैं उसे जारी रखें। 

अगर कुछ गड़बड़ लग रहा हैं, तो चलो आगे बढ़ते हैं। एक कहानी सुनते हैं। 

"पैदा हुए ___ पढ़ाई किया  ___ नौकरी किया  ____ शादी किया  ____ घोंसला बनाया ___ बच्चे हुए ___ बढ़ें हुए ___ मर गए "

THE -- HOLY -- EIGHT -- STEP -- PROCESS -- TO -- DEATH

कहानी  कैसी  लगी। कुछ याद आया, यह हमारी कहानी हैं। यह हम सब की कहानी हैं | यह कहानी हमारे पैदा होने से पहले ही लिख दिया गया था। अगर यह कहानी आपको सही लगती हैं, तो कृपया अपना कीमती समय यहाँ बर्बाद मत करे। 

यह कहानी बड़ी पुरानी हैं, पता हैं क्यों ? 

क्यूँकि यह कहानी जंगल की हैं। एक जानवर का भी यहीं कहानी हैं। वो भी पैदा होता हैं , नर और मादा मिलते हैं ,घोंसला बनाया जाता हैं , बच्चें होतें हैं , बूढें होतें हैं और मर जातें हैं। नहीं , नहीं , आप कहेंगें हम पढाई और नौकरी भी करते हैं। आप की बात सही हैं , लेकिन आप यह काम भी बाकी का कार्यक्रम चलाने के लिए ही करते होना। तो आपकी कहानी जंगल की कहानी हैं। आपको मेरी बात बुरी लग रही हो, तो मेने पहले हे कहा आप अपना समय बर्बाद कर रहे हैं।  

क्या कोई नयी कहानी लिखी जा सकती हैं ?

बिलकुल, लिखी जा सकती हैं। लेकिन आपको कीमत चुकानी पड़ेगी। वो कीमत जो किसी बुद्ध ने या फिर किसी महावीर या फिर किसी संत ने चुकाई थी। 

वो कीमत हैं , अपने आपको और इस दुनिया को समझना। जीवन को समझना होगा। 

जीवन के कुछ सच्चें और गेहरे सवालों के उत्तर खोजना होगा। जैसें.............

मैं कौन हूँ ?

मैं क्यों हूँ ?

जनम क्या हैं ?

मृतयु क्यों होता हैं ?

मौत के बाद क्या ?

जीवन क्या हैं ?

समय क्या हैं ?

दुनिया क्या हैं ?

दुनिया और मेरा सही सम्बन्ध क्या हैं ?

प्रेम क्या हैं ?

दुःख क्यों होता हैं ?

डर से कैसे मुक्ति मिले ?

गुस्सा क्यों आता हैं ?

आनद कैसे मिले ?

सही या गलत कैसे  जाने ?

सही काम कैसे चुने ?

यह सब जीवन के मूल प्रश्न हैं। अगर आपको इन प्रश्नों का उत्तर मालूम हैं ,तो अभी तक यहाँ क्या कर रहें, गए नहीं।

इनके जवाब आपको ना ही कोई घरवाले ,दोस्त ,स्कूल ,कॉलेज ,धर्म या फिर समाज देंगे। तो इनके जवाब किसके पास हैं?

जीवन के गहरे सवालों के उत्तर आपको किसी गहरे इंसान के पास ही मिलेगा। जिसने जीवन को समझा हो। 

मधुशाला एक कोशिश हैं आपको ऐसे लोगो से परिचय करवाने की। आप तक सही ज्ञान और सही बातें पहुंचाने की। यहाँ कृष्ण की गीता, ऋषियों के उपनिषद् , बुद्ध का ज्ञान ,संतो की वाणी और भी अनेक बोध साहित्य से आपके सारे शंकाओ को दूर किया जायेगा। 

जिन्हें अपनी एक ऊँची ,सच्ची कहानी लिखनी हो , वो जुड़ें और अपने जैसे और छात्रों  को भी जुड़ने को प्रोत्साहन दें। 

                                                                                                                                            ध्यानवाद ,

                                                                                                                        ॐ शांति , शांति , शांति। 



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